Hindi Short Story of Ant @Hindistories24
कहानी एक बहादुर छोटी चींटी की हरे-भरे जंगल के बीचों-बीच एक व्यस्त चींटियों का ढेर था, जहाँ सैकड़ों चींटियाँ मेहनत से काम कर रही थीं। उनमें से एक छोटी लेकिन साहसी चींटी थी जिसका नाम चीकू था। वह बहुत छोटी थी, लेकिन उसमें हिम्मत की कोई कमी नहीं थी। वह हमेशा कुछ बड़ा करने की कोशिश में रहती थी।
एक दिन सुबह, रानी चींटी ने सभा बुलाई और कहा, “बरसात का मौसम आने वाला है, हमें जल्दी से खाना इकट्ठा करना होगा। सभी को मिलकर काम करना होगा।”
सभी चींटियाँ अलग-अलग दिशाओं में भोजन की तलाश में निकल गईं। चीकू भी जोश से भरा हुआ था और कुछ बड़ा करना चाहता था। उसने तय किया कि वह सबसे दूर जाकर कोई बड़ा खाना ढूंढेगा ताकि सबको प्रभावित कर सके।
चीकू लंबी घास और गिरे हुए पत्तों के नीचे चलते-चलते एक पिकनिक स्थल पर पहुँच गया। वहाँ उसे एक बड़ा सा चीनी का टुकड़ा दिखा। उसकी आँखें खुशी से चमक उठीं। “यह मेरे परिवार के लिए कई दिनों तक भोजन बन सकता है!” उसने सोचा। लेकिन जैसे ही उसने उसे उठाने की कोशिश की, उसे अहसास हुआ कि वह बहुत भारी है।
पर हार मानना चीकू की फितरत में नहीं था। उसने अपनी पूरी ताकत लगा दी। वह धक्का देने और खींचने लगा। उसकी छोटी-छोटी टांगों से पसीना टपकने लगा, लेकिन चीनी का टुकड़ा ज़रा भी नहीं हिला।
तभी झाड़ियों में हलचल हुई। चीकू ने देखा कि एक बड़ा सा भृंग (बीटल) उसे देख रहा था।
छोटी चींटी, तुम क्या कर रही हो,भृंग ने हंसते हुए पूछा। मैं अपने घर के लिए यह चीनी ले जाना चाहता हूँ, लेकिन यह बहुत भारी है,चीकू ने निराश होकर कहा।
भृंग हंस पड़ा। तुम्हें अपने दोस्तों को बुलाना चाहिए। अकेले तुम ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।
चीकू को थोड़ी झिझक हुई। वह खुद को ताकतवर साबित करना चाहता था। लेकिन काफी कोशिशों के बाद उसे समझ आया कि भृंग सही कह रहा है। वह अकेले यह काम नहीं कर सकता।
आखिरकार, चीकू अपने घर वापस दौड़ा और अपनी चींटी मित्रों को बुलाया। जल्द ही, कई चींटियाँ वहाँ पहुँच गईं और मिलकर उन्होंने आसानी से चीनी के टुकड़े को उठा लिया। एक साथ काम करते हुए, वे उसे अपने घर तक ले आईं।
रानी चींटी ने मुस्कुराते हुए चीकू से कहा, तुमने हिम्मत दिखाई, लेकिन असली ताकत टीमवर्क में होती है।
चीकू गर्व से मुस्कुराया। उसने एक महत्वपूर्ण सबक सीखा था,कई बार, मदद माँगना ही सबसे बहादुरी का काम होता है। उस दिन के बाद, चीकू न सिर्फ सबसे बहादुर, बल्कि अपनी कॉलोनी की सबसे समझदार चींटी भी बन गया।